मधुमक्खी पालन व्यवसाय से अनेक बेरोजगारों को अच्छी मात्रा में रोजगार उपलब्ध होता है।  

मधुमक्खी पालन व्यवसाय से अनेक बेरोजगारों को अच्छी मात्रा में रोजगार उपलब्ध होता है।  

पोया मधुमक्खियां

आकार में सबसे छोटी और बिना डंक के, ये मक्खियाँ पेड़ की टहनियों में गोल, अंडे के आकार के मोम के घोंसले  बनाती हैं।

पोतिंगा मधुमक्खी 

यह भंवर की तरह ही खुले में केवल एक छत्ता बनाती है। इसका छत्ता छोटा और डालियों पर लटकता हुआ देखा जाता है।

एलिप्स मेलिफेरा

आकार में ये छोटी और सटेरी मधुमक्खियों से बड़ी होती हैं।

फूलदार मधुमक्खी

इन मधुमक्खियों का उपयोग परागण के लिए किया जा सकता है।

आग्या मधुमक्खी

ये मधुमक्खियां आकार के मामले में सभी मधुमक्खियों में सबसे बड़ी हैं। वे बहुत काम भी करते हैं।

सतपुड़ा मधुमक्खी

यह श्रमिक मधुमक्खियां होती हैं। इनसे हर साल 4 से 10 किलो शहद मिलता है।