ग्वार शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में महत्वपूर्ण व्यावसायिक फसलों में से एक माना जाता है।
ग्वार शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में महत्वपूर्ण व्यावसायिक फसलों में से एक माना जाता है।
ग्वार के बीजों के भ्रूणपोष में लगभग 30-33% गोंद होता है।
ग्वार के बीजों के भ्रूणपोष में लगभग 30-33% गोंद होता है।
गोंद का उपयोग आइसक्रीम, बेक्ड सामान और डेयरी उत्पाद आदि में किया जाता है।
गोंद का उपयोग आइसक्रीम, बेक्ड सामान और डेयरी उत्पाद आदि में किया जाता है।
इसका उपयोग अन्य उद्योगों जैसे फार्मास्यूटिकल्स, सौंदर्य प्रसाधन, खनन, कपड़ा, कागज, तेल ड्रिलिंग, विस्फोटक उद्योग आदि में भी किया जाता है।
इसका उपयोग अन्य उद्योगों जैसे फार्मास्यूटिकल्स, सौंदर्य प्रसाधन, खनन, कपड़ा, कागज, तेल ड्रिलिंग, विस्फोटक उद्योग आदि में भी किया जाता है।
इसके पौधे, बीज और भूसा पशुओं के लिए पोषक तत्वों और चारे के अच्छे स्रोत हैं।
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दलहनी फसल के कारण यह वायुमंडलीय नाइट्रोजन को स्थिर करके मिट्टी की उर्वरता में सुधार करती है।
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ग्वार एक उष्णकटिबंधीय पौधा है। इसके लिए गर्म मौसम की आवश्यकता होती है।
ग्वार एक उष्णकटिबंधीय पौधा है। इसके लिए गर्म मौसम की आवश्यकता होती है।
32 से 380 डिग्री सेल्सियस का तापमान पौधों की अच्छी वृद्धि को बढ़ावा देता है
32 से 380 डिग्री सेल्सियस का तापमान पौधों की अच्छी वृद्धि को बढ़ावा देता है
वायुमंडलीय नमी कई बीमारियों जैसे बैक्टीरियल लीफ ब्लाइट, रूट रोट आदि के प्रकोप को बढ़ावा देती है।
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